Mental Health

मिर्गी क्या है? 

मिर्गी क्या है? 
  • PublishedJune 29, 2025

मिर्गी के लक्षण, कारण और इलाज को समझना बेहद जरूरी है। मिर्गी क्या है?  – मिर्गी (Epilepsy) एक न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं असामान्य रूप से काम करने लगती हैं। यह समस्या अचानक दौरे (Seizures) के रूप में सामने आती है। भारत में लाखों लोग मिर्गी से प्रभावित हैं, लेकिन जानकारी की कमी के कारण समय पर इलाज नहीं मिल पाता। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे मिर्गी के कारण, मिर्गी के लक्षण, और इसका प्रभावी इलाज।


मिर्गी के लक्षण – पहचान कैसे करें?

मिर्गी क्या है? – मिर्गी के दौरे अलग-अलग प्रकार के हो सकते हैं। इनके लक्षण भी व्यक्ति विशेष पर निर्भर करते हैं:

  • अचानक होश खो देना या बेहोशी आना
  • हाथ-पैर कांपना या झटके आना
  • आंखों का पलटना
  • मुँह से झाग आना

यदि ये लक्षण बार-बार दिखाई दें तो यह मिर्गी क्या है? – मिर्गी का संकेत हो सकता है और डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी होता है।


मिर्गी के कारण – क्यों होता है यह रोग?

मिर्गी के कारण कई हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

  • सिर में चोट या दुर्घटना
  • मस्तिष्क में ट्यूमर या संक्रमण
  • जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी
  • अनुवांशिक कारण
  • नशे की लत या withdrawal
  • स्ट्रोक (Brain Stroke)
मिर्गी क्या है? 

मिर्गी का इलाज – मेडिकल और घरेलू उपाय

मिर्गी का इलाज संभव है और नियमित दवा से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। प्रमुख उपचार विधियाँ:

  1. सर्जरी: जब दवाएं काम न करें और दौरे बार-बार हों, तो सर्जरी एक विकल्प हो सकता है।
  2. Vagus Nerve Stimulation (VNS): एक आधुनिक तकनीक जिसमें नसों को नियंत्रित कर दौरे रोके जाते हैं।
  3. केटोजेनिक डाइट: खासकर बच्चों के मामलों में यह आहार प्रणाली उपयोगी मानी गई है।

मिर्गी क्या है? – घरेलू उपाय: पर्याप्त नींद, तनाव से दूरी, शराब और नशीले पदार्थों से बचाव से भी मिर्गी नियंत्रित रखी जा सकती है।


मिर्गी के बारे में मिथक और सच

  • मिथ: मिर्गी एक छूने से फैलने वाली बीमारी है।
  • सच: यह पूरी तरह से झूठ है। मिर्गी संक्रामक रोग नहीं है।
  • मिथ: मिर्गी का कोई इलाज नहीं है।
  • सच: आज के समय में दवाओं से 70% से अधिक मामलों में मिर्गी को नियंत्रित किया जा सकता है।

मिर्गी क्या है? – मिर्गी से जुड़े जरूरी सुझाव

  • दौरे आने पर व्यक्ति को पीठ के बल लिटाएं और कुछ न खिलाएं।
  • मुँह में चम्मच या अंगुली डालने की कोशिश न करें।
  • दौरा शांत होने तक व्यक्ति के पास रहें और समय नोट करें।
  • यदि दौरा 5 मिनट से ज्यादा चले तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएं।

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